
रामनगर में उग्र हुआ शिक्षक आंदोलन, बीईओ कार्यालय घेराव
25 अगस्त 2025, रामनगर (नीनीताल) – उत्तराखंड राज्य में शिक्षा व्यवस्था की गंभीर विसंगतियों के विरोध में शिक्षक संघों का आंदोलन तेज हो गया है। ग्रामीण इलाका रामनगर सोमवार से शिक्षक कार्य बहिष्कार और धरना-प्रदर्शन के माध्यम से केंद्र सरकार और राज्य शिक्षा विभाग की नीतियों के खिलाफ मोर्चा खड़ा कर रहा है।
क्या हुआ?
राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखंड के आह्वान पर रामनगर स्थित सभी उच्च विद्यालयों और इंटर कॉलेजों में सरकारी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने शिक्षण बहिष्कार शुरू कर दिया। इससे स्कूलों में पढ़ाई पूरी तरह बंद हो गई।
मुख्य मांगें:

- प्रधानाध्यापक की सीधी भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाना
- सभी स्तरों पर लंबित पदोन्नतिकृत सूची जारी करना
- पारदर्शी और नियमित स्थानांतरण नीति लागू करना
- वेतन विसंगतियों का समाधान करना
आगे की कार्रवाई की रूपरेखा:
संघ ने चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा भी तैयार कर ली है।
- 25 अगस्त: ब्लॉक मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन (आज का कार्यक्रम)
- 27 अगस्त: जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन
- 29 अगस्त: मंडल मुख्यालयों पर धर्म-प्रदर्शन
- 1 सितंबर: शिक्षा निदेशालय स्तर पर कार्य बहिष्कार और धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा
विश्लेषण:
यह आंदोलन प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए उठाया गया कदम प्रतीत होता है। संघ की मांगें—जिनमें उच्चतम स्तर पर पदोन्नति, पारदर्शी स्थानांतरण, तथा वेतन सुधार शामिल हैं—शिक्षकों के हक़ की ओर संकेत करती हैं। यदि सरकार जल्द कोई सकारात्मक पहल नहीं करती है, तो आने वाले दिनों में आंदोलन और भी तीव्र रूप ले सकता है, जैसा कि संघ ने संकेत दिए हैं।